बिहारी लड़का बना लैटिन अमेरिका में हीरो

नई दिल्ली, 1 जनवरी 2018- जैसा की अकसर हिन्दी फ़िल्मो में दिखाया जाता है एक लड़का पढ़ने के लिए दूसरे शहर जाता है और वहाँ वह कैसे एक सफल व्यक्ति बन जाता है. इस तरह की सैकड़ों हिन्दी फिल्म बन चुकी होंगी. लेकिन क्या आपको पता है की एक ऐसी है कहानी है रियल लाइफ में जिसके चर्चे आजकल हर जगह सुने जा रहे हैं. ये सच्ची कहानी है बिहार में जन्मे प्रभाकर शरण की जिनकी पहली स्पैनिश फिल्म ‘इनरेदादोस, ला कन्फ्यूजन’ मार्केट में धूम मचा रही है. प्रभाकर शरण साल 2000 में पढ़ाई के लिए कोस्टा रिका आए थे. उन्होने कभी सोचा भी नही था की एक दिन वो लैटिन अमेरिका में फिल्म हीरो बन जाएँगे. प्रभाकर शरण ने पढ़ाई खत्म करने के बाद कोस्टा रिका में कपड़े और रेस्ट्रॉन्ट का कारोबार शुरू कर दिया था.
Film ‘Enredados La confusion’ in Latin America
फ़िल्मो के शौक ने उनको यहाँ भी बॉलिवुड फिल्मों से अलग नही होने दिया. साल 2006 में प्रभाकर बॉलिवुड फिल्मों को कोस्टा रिका के थिअटर में लेकर आने लगे। धीरे-धीरे लोगों का बॉलिवुड फिल्मों के प्रति इंटेरेस्ट बढ़ने लगा फिर क्या था इन्होने इस काम को जोरों शौरों से करनी की सोच ली. इसके लिए उन्होने अपनी कंपनी बनाई जो पहली बार मध्य अमेरिका में बॉलिवुड फिल्मों को कारोबार के लिए लाने लगी. फ़िल्मो और एक्टिंग के शौक ने उनको हीरो बनने में बहुत मदद की. उनकी पहली स्पैनिश फिल्म ‘इनरेदादोस, ला कन्फ्यूजन’ लैटिन अमेरिका में काफ़ी अच्छा बिज़्नेस किया है. और अब वो लैटिन अमेरिकी फिल्म उद्योग के एक नये उभरते हुए कलाकार बन गए हैं।
उनकी यह फिल्म कोस्टा रिका की पिछले साल की लोकप्रिय फिल्मों में से एक रही। प्रभाकर शरण का कहना है की उनकी यह फिल्म पहली अमेरिकी फिल्म है जो पूरी तरह से बॉलिवुड स्टाइल में बनी है। इस फिल्म में गाने भी हैं और डांस भी है. प्रभाकर की इस फिल्म की शूटिंग कोस्टा रीका और पनामा में हुई है। भारत में इसकी शूटिंग केवल मुंबई में हुई हैं. इस फिल्म में प्रभाकर की हेरोइन का किरदार नैन्सी डोबल्स ने निभाया है जो की एक टीवी होस्ट हैं। वैसे तो इस फिल्म का प्रदर्शन पिछले साल फरवरी में 6 देशों में हो चुका है जिनमें कोस्टा रिका, पनामा, निकारागुआ, होंडुरास, ग्वाटेमाला और सान सल्वाडोर शामिल हैं. बिज़्नेस के हिसाब से इस फिल्म ने बहुत अच्छी कमाई की है और सफल फिल्मों की लिस्ट में शामिल हो गई है. प्रभाकर का कहना है की वो इस फिल्म को 3 अलग भाषाओं में भी बनाएँगे जो इस साल मार्च-अप्रैल में हिंदी, अंग्रेजी और भोजपुरी में ‘एक चोर, दो मस्तीखोर’ के नाम से रिलीज होगी. हमारी तरफ से प्रभाकर शरण को बहुत बहुत बधाई और उम्मीद करते हैं की उनकी यह फिल्म हर जहाँ अच्छा बिज़्नेस करे.