सावधान- पोंजी स्कीम है बिटकॉइन

बिटकॉइन, इनवेस्टमेंट जानकारी हिन्दी में
Bitcoin Investment in Hindi
नई दिल्ली 31 Dec 2017- पिछले कुछ दिनों से हर तरफ एक ही बात चल रही है बिटकॉइन. हर कोई जानना चाहता है की आँखिर क्या है बिटकॉइन? इससे कैसे पैसे कमाए जा सकते हैं? हर कोई बिटकॉइन में इनवेस्ट (bitcoin investment india) करने की सोच रहा है क्यूँ की पिछले कुछ महीनों में बिटकॉइन की वॅल्यू में जबरदस्त उछाल आया है. असल में बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी है जिसका न तो कोई सिक्का है और न ही कोई मुद्रा। यह एक क्रिप्टो करेंसी (bitcoin cryptocurrency) है जो डिजिटल फॉर्म मेी होती है. इसलिए सरकार इसे पॉन्जी स्कीम कह रही है. फिर भी बहुत से लोग पूछते हैं की क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? Is Bitcoin legal in India? बिटकॉइन में निवेश सही है? Is investment in bitcoin in India safe?
क्या होती है पॉनजी स्कीम
Bitcoin Ponzi scheme kya hai?
बिटकॉइन बिल्कुल पोंजी स्कीम की तरह है। जिसमें संचालक पुराने निवेशकों को रिटर्न नए निवेशकों से प्राप्त धनराशि से देता है। जितने नये निवेशक जुड़ेंगे उसका कुछ पर्सेंट पुराने निवेशकों को दिया जाता है. दूसरे शब्दों में बोलें तो पॉन्जी ऐसी स्कीम होती है जिसमें निवेशको का पैसा किसी कारोबार या किसी व्यावसायिक में नहीं लगाया जाता बल्कि नये निवेशकों के पैसे को पुराने निवेशकों में रिटर्न के रूप में दिया जाता है. चाहे तो इस स्कीम को चलाने वाला सारा पैसा खुद ही खा जाए या फिर स्कीम को कभी भी बिना किसी पूर्व सूचना के बंद कर दे और सारा पैसा गबन कर जाए. इसलिए यह स्कीम पूरी तरह से एक भूलभुलैया है उन लोंगो के लिए जो इसके बारे में ज़्यादा नही जानते. इसलिए अपनी मेहनत से कमाए हुए पैसे का सही जगह में निवेश करें. जहाँ सरकार भी इन्वॉल्व हो. अमेरिका में इटली एक वयक्ति ने ऐसी ही स्कीम से खूब पैसे बनाए और चलता बना. उसका नाम पॉन्जी था उसकी के नामे से इस स्कीम को जानते हैं और इसलिए इसे पॉन्जी स्कीम कहते है.
क्या बिटकॉइन भारत में वैध हैं?
Is bitcoin legal in india
सरकार ने चेताया- बिटकॉइन में निवेशः मौका है या धोखा? भारत सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (बीटकोइन) में निवेश को ख़तरे की स्कीम बताया है और लोगों को सतर्क करते हुए कहा कि बिटकॉइन की कोई ‘वास्तविक कीमत’ नहीं होती है। सरकार bitcoin स्कीम की तुलना पोंजी स्कीम से की, जिसमें भोले-भाले निवेशकों को धोखाधड़ी शिकार बनाया जाता है. भारत सरकार शुरू से ही बिटकॉइन को लेकर आम जनता को सचेत करती आई है और RBI ने भी समय समय पर इसको लेकर प्रेस रिलीज़ जारी की है. रिजर्व बैंक ने दिसंबर 2013, फरवरी 2017 और दिसंबर 2017 में बिटकॉइन के बारे में निवेशकों को आगाह किया था। बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी का पूरा लेखा-जोखा डिजिटल फॉर्मेट में रहता है इसलिए पासवर्ड खोने या वायरस आने पर सारा डेटा डेलीट भी हो सकता है और धन गंवाने का खतरा भी होता है।
बिटकॉइन निवेशको को हो सकता है धोखा- वित्त मंत्रालय ने निवेशकों को सतर्क रहने को कहा है. और ऐसी पोंजी योजनाओं में इनवेस्टमेंट से बचने की जरूरत है।’ पोंजी स्कीम में पुराने निवेशकों को नए निवेशकों के पैसों से प्रदान किया जाता है। इसमें कोई फिज़िकल करेन्सी नही होती बस डिजिटल फॉर्म होता है जिसका कोई डॉक्युमेंट नही होता. इसलिए इसमें धोखा हो सकता है और इसका बहुत हद तक चान्स हो सकता है.
वित्त मंत्रालय ने कहा कि वर्चुअल करेंसी का इस्तेमाल देश द्रोह के कामों में भी लगाया जा सकता है जैसे की आतंकी फंडिंग, तस्करी, ड्रग ट्रैफिकिंग और मनी लांडिंग. ऐसे में इसे लेकर सतर्क रहने की आवश्यकता है।
भारत सरकार ने अभी तक किसी भी एक्सचेंज को लाइसेंस नहीं दिया है– वित्त मंत्रालय ने एक आधिकारिक प्रेस विग्यप्ति में कहा है की, ‘बिटकॉइन न तो मुद्रा है और न ही सिक्का। सरकार या आरबीआई (RBI) की ओर से बिटकॉइन को विनिमय का माध्यम नहीं माना गया है। साथ ही, सरकार या भारत ने किसी एजेंसी को बिटकॉइन के लिए एक्सचेंज करने का लाइसेंस नहीं दिया है।’.