धनतेरस पूजा सामग्री और शुभ मुहूर्त

धनतेरस पूजा का महत्व
भारतीय संस्कृति में धनतेरस के त्योहार का बहुत ही महत्व है. इस दिन धन के देवता कुबेर जिनको धन्वंतरि भी कहा जाता है, की उपासना की जाती है. भगवान धनवंतरी को भगवान विष्णु का ही रूप माना जाता है. धनवंतरी के रूप में ही भगवान विष्णु ने संसार में सेहत, स्वास्थ और आरोग्य का प्रसार किया. इसलिए अच्छी सेहत, स्वास्थ और आरोग्य की कामना के लिए धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी की उपासना की जाती है. इस दिन अकाल मृत्यु से रक्षा के लिए यमराज की भी उपासना की जाती है. साल में केवल इसी दिन यमराज की उपासना की जाती है. हिंदू शास्त्रों के अनुसार धनतेरस के दिन धन कुबेर की पूजा करने से जीवनभर धन की कमी नहीं होती और मान व सम्मान बना रहता है.
धनतेरस का महत्व हिन्दी में Importance of Dhanteras in Hindi
- धनतेरस के दिन नये उपहार, सिक्का, बर्तन व गहनों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है
- शुभ मुहूर्त समय में पूजन करने के साथ सात धान्यों जिनमें गेंहूं, उडद, मूंग, चना, जौ, चावल और मसूर है, की पूजा की जाती है
- इस दिन पूजा में भोग लगाने के लिये नैवेद्ध के रुप में श्वेत मिष्ठान्न का प्रयोग किया जाता है
- साथ ही इस दिन स्थिर लक्ष्मी का पूजन करने का विशेष महत्व है
धनतेरस पूजा कैसे करें Dhanteras Puja Kaise Kare
अगर आप सोच करे हैं की धनतेरस पूजा कैसे की जाती है या धनतेरस की पूजा कैसे करनी चाहिए? तो हमारी पोस्ट धनतेरस पूजा सामग्री, पूजा विधि और शुभ मुहूरत आपके लिए बहुत ही ज्ञान वर्धक शाबित हो सकती है. इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको बताएँगे की आपको धनतेरस पूजा के लिए कौन कौन सी समाग्री की ज़रूरत पड़ेगी और किस तरह पूजा की जाती है और धनतेरस पूजा 2018 का शुभ मुहूर्त कौन सा है?
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धनतेरस 2019 कब है Dhanteras kab hai
धनतेरस 2019 में 25 अक्तूबर को मनाया जाएगा. इस साल धनतेरस का शुभ महुरत 25 अक्टूबर 2019 शाम 07 बजकर 05 मिनट से 08 बजकर 18 मिनट के मध्य माना गया है. इस शुभ मुहूरत के समय पूजा करना और “‘ॐ नमो भगवते धन्वंतराय विष्णुरूपाय नमो नमः” मंत्र का जाप करना चाहिए और षोडशोपचार विधि द्वारा पूजन अर्चन करना चाहिए.
साल 2018 में धनतेरस 5 नवंबर को मनाई गयी थी. माना जाता है की धनतेरस के दिन भगवान धनवन्तरी का जन्म हुआ था जो कि समुन्द्र मंथन के दौरान अपने साथ अमृत कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे.
धनतेरस शुभ मुहूर्त 2019 Dhanteras Shubh Muhurat
साल 2019 में ग्रहों की चाल के अनुसार धनतेरस में पूजा का शुभ मुहूर्त (Best time for Dhanteras Puja 2019) शाम 07 बजकर 08 मिनट से रात 8 बजकर 18 मिनट तक है. यह समय भगवान धन्वंतरि की पूजा के लिए सबसे शुभ माना गया है.
धनतेरस पूजा सामग्री लिस्ट Dhanteras Puja Samagri List
धनतेरस पूजा के लिए आपको इन चीज़ों की ज़रूरत पड़ती है. धनतेरस के लिए शॉपिंग करने से पहले आप सामग्री लिस्ट तैयार कर ले ताकि कोई भी चीज़ भूलने ना पाए.
21 पूरे कमल बीज, मणि पत्थर के 5 प्रकार, 5 सुपारी, लक्ष्मी–गणेश के सिक्के, भगवान धनवंतरी की मूर्ति, भगवान गणेश और माता पार्वती की मूर्ति, धूप, चूड़ी, मिट्टी के बने हुए दिए, तुलसी पत्र, पान, चंदन, फल, फूल, लौंग, नारियल, सिक्के, काजल, घी, दहीशरीफा, चावल, रोली, गंगा जल, माला, हल्दी, शहद, कपूर, नये बर्तन आदि.
धनतेरस कुबेर पूजा मंत्र Kuber Puja Mantra in Hindi
“यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन-धान्य अधिपतये धन-धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा”
यही वो मंत्र है जिसे कुबेर पूजा मंत्र भी कहा जाता है. भगवान कुबेर का पूजा मंत्र जिसे धनतेरस के दिन उच्चारण किया जाता है.
धनतेरस पूजा विधि Puja Vidhi Dhanteras
धनतेरस पूजन विधि बहुत ही आसान और सरल है. लेकिन धनतेरस पूजन के लिए सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए क्यूँ की भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी केवल साफ स्वच्छ जगह में ही विराजमान होती हैं. आइए जानते हैं धनतेरस पूजा कैसी की जाती है–
- संध्याकाल में उत्तर दिशा की ओर कुबेर तथा धन्वन्तरी की स्थापना करें
- स्थापना के बाद कुबेर तथा धन्वन्तरी के सामने 1-1 घी का दीपक जलाएं
- कुबेर को सफेद मिठाई और धन्वन्तरि को पीली मिठाई चढ़ाएं
- फिर पहले “ॐ ह्रीं कुबेराय नमः” का जाप करें
- इसके बाद “धन्वन्तरि स्तोत्र” का पाठ करें
- धन्वन्तरि पूजा करने के बाद भगवान गणेश और माँ लक्ष्मी की पूजा करना अनिवार्य है
- मिट्टी के दीप में घी डालकर दीपक जलाएं, धुप जलाएं और भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा करें. उनको फूल चढ़ाएं और मिठाई का भोग लगाएं. इसके बाद घर के सभी सदस्य प्रसाद ग्रहण करें
- पूजा के बाद, दीपावली के दिन, कुबेर को धन स्थान पर और धन्वन्तरि को पूजा स्थान पर स्थापित करें
यम का दीपक भी जलाएं- धनतेरस में यम देव की पूजा
- घर में पहले से दीपक जलाकर यम का दीपक ना निकालें. दीपक जलाने से पहले उसकी पूजा करें
- किसी साफ लकड़ी के तख्त में रोली के माध्यम से स्वस्तिक का निशान बनायें
- फिर मिट्टी के चौमुखी दीपक को तख्त पर रखें
- दीपक चारों और तीन बार गंगा जल का छिड़काव करें
- दीपक पर रोली का तिलक लगाएं. उसके बाद तिलक पर चावल रखें
- दीपक पर फूल चढ़ाएं
- दीपक में थोड़ी चीनी डालें
- इसके बाद 1 रुपये का सिक्का दीप में डालें
- फिर परिवार के सभी सदस्यों को तिलक लगाएं
- दीपक को घर के सभी सदस्यों के साथ नमन करें
- दीपक को घर के मुख्य द्वार पर रखें. उसे दाहिने तरफ और दीपक की लौ दक्षिण दिशा की तरफ रखें
- क्यूंकी यह दीपक मृत्युलोक के देव यमराज के पूजा के लिए जलाया जाता है, इसलिए दीप जलाते समय पूर्ण श्रद्धा से उन्हें नमन करेंऔर प्रार्थना करें कि वे आपके परिवार पर दया दृष्टि बनाए रखें और किसी की अकाल मृत्यु न हो.
धनतेरस पर क्या खरीदना चाहिए Dhanteras Par Kya Kharide
धनतेरस पर नई वस्तु खरीदना शुभ माना जाता है. खासकर सोने चाँदी के सिक्के, गाडी या कोई जरूरी सामान जिसकी उपयोगिता ज़्यादे हो. वैसे धनतेरस को सबसे ज़्यादे खरीदी जाने वाली चीज़ें है- धातु की वस्तु, झाड़ू, गणेश लक्ष्मी की प्रतिमा, कौड़िया, नमकम धनिया, कुबेर का सिक्का, शंख एत्यादि.
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हिन्दी दैनिक टीम की और से आपको धनतेरस की हार्दिक शुभ कामनायें. #HappyDhanteras #Dhanteras2019